चिमूर : चिमूर तालुका के कुल 45 पाठशालाओं को बंद करने का निर्णय लिया गया है. शाला के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है. शिक्षा की मुख्य धारों से दूर से ग्रामीण परिसर की जिला परिषद शालाओं को बंद करने का निर्णय तत्काल रद्द करें अन्यथा ग्रामीण परिसर के जनता विद्यार्थियों के हित में रास्ते पर उतरकर आंदेलन करेगी ऐसी चेतावनी तहसील शिवसेना के श्रीहरी सातपुते ने उपजिला प्रमुख अमृत नखाते की उपस्थिति में निवेदन के माध्मय से मुख्यमंत्री से की है.
महाराष्ट्र राज्य के ग्रामीण परिसर के जिला परिषद शालाओं में विद्यार्थियों की संख्या कम होने की वजह से सरकार ने इन शालाओं को बंद करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय अन्यायकारक है इसे रद्द कर जनता का असंतोष कम करने की मांग का निवेदन श्रीहरी सातपुत ने उपविभागीय अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा है.
ग्रामीण परिसर के कक्षा एक से चार तक के विद्यार्थियों की संख्या काफी कम होने से इसकी वजह से वह लोग दूसरे गांव में शिक्षा के लिए नहीं जा सकते है. साथ ही ग्रामीण परिसर में हिंसक जानवरों का खतरा सदा बना रहता है. नतीजा उनके आवागमन की कोई सुविधा नहीं है. ऐसे में शाला बंद करने पर उनकी शिक्षा प्रभावित होगी.
🚩शिवसेना का अल्टीमेटम
निवेदन देते समय पर शिवसैनिक कमलाकर बोरकर, देविदास गिरडे पूर्व उपजिला प्रमुख अनिल डगवार, उपतालुका प्रमुख केवल सिंग जुनी, पूर्व तालुका प्रमुख सारंग दाभेकर तालुका संगठक रोशन जुमडे, शहर प्रमुख सचिन खाडे, संतोष कामडी, देवा मसराम, समीर बल्की, प्रफुल कमाने, सुनील हिंगनकर के साथ पूर्व और वर्तमान पदाधिकारी उपस्थित थे.
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